BOLLYWOOD AAJKAL

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Sunday, June 15, 2014

बॉलीवुड छमाही रिपोर्ट



बॉक्स ऑफिस पर रहा युवाओं का जलवा 

पिछले साल की तरह मौजूदा साल बॉलीवुड के लिए ज्यादा खुशनुमा साबित नहीं हुआ। पिछले साल जहाँ दर्जन से ज्यादा फिल्मों ने सौ करोड़ी क्लब में अपनी मौजूदगी दर्ज़ करवाई थी वहीं इस साल अब तक केवल जय हो ,गुंडे और 2 स्टेट्स जैसी फ़िल्में ही अब तक इस आंकड़े को छु पायी है। उम्मीद है की जल्द ही हॉलिडे भी इस क्लब में शामिल हो जाएगी। इस बार बॉक्स  ऑफिस रिटर्न्स की बात करें तो नए ट्रेंड्स उभर कर सामने आए हैं। ख़ास बात ये रही की युथ ओरिएंटेड फिल्मों ने कामयाबी का नया मन्त्र बॉलीवुड के सामने रखा.यानि अब तक के छह महीने में बॉक्सऑफिस पर युवाओं का ही जादू छाया रहा। 
 पिछले 10 सालों में बॉक्स ऑफिस ओपनिंग केवल शाहरुख, सलमान, आमिर, अक्षय और रितिक रोशन की फिल्मों के साथ ही होती थी। पिछले साल 'ये जवानी है दीवानी' से रणबीर कपूर और रामलीला से रणवीर सिंह ने साबित कर दिया कि वह एक भारी ओपनिंग पा सकते हैं।''गुंडे'और '2 स्टेट्स' और हीरोपंती ने ट्रेंड को आगे बढ़ाया। 'एक विलेन' को भी आगामी महीनों में इसकी युवा और ताजा स्टार कास्ट की वजह से अच्छी ओपनिंग मिल सकती है।' अगर यही ट्रेंड  जारी रहा तो युवा कलाकार जैसे रणवीर सिंह, आलिया भट्ट, सिद्धार्थ मल्होत्रा और अर्जुन कपूर की बड़ी बजट की फिल्मों पर नजरें गड़ा सकते हैं।'आलिया भट्ट और रणदीप हूडा की 'हाईवे', आलिया और अर्जुन कपूर की '2 स्टेट्स' थे तो टाइगर श्रॉफ व कीर्ति सेनन की लॉन्चपेड फिल्म 'हीरोपंती' ,दिव्या कुमार खोसला की 'यारियां' में भी कई न्यूकमर्स थे लेकिन यह फिल्म हिट रही।इन फिल्मों में कथानक के स्तर पर भी नया प्रयोग किया गया। इनकी कामयाबी ने साबित कर दिया कि दर्शक अब पारम्परिक चौखटे से बाहर निकल कर अच्छी और नयी चीजों का दिल खोलकर स्वागत करने को तैयार हैं। महेश भट्ट ने खुद के ब्रांड को तोड़ने की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इसलिए हमने 'सिटीलाइट्स' बनाई। अगर आप एक ही तरह का सिनेमा करेंगे जो कि बॉक्स ऑफिस पर काम करे तो हमें सफलता नहीं मिल सकती।

इस साल क्वीन और रागिनी एमएमएस-२ जैसी फिल्मों की सफलता ने इस मिथ को भी तोड़ा कि महिला प्रधान फ़िल्में नहीं चलती। तरण आदर्श के मुताबिक़  कि 'क्वीन' और 'रागिनी एमएमएस 2' की सफलता ने उन लोगों का मुंह बंद कर दिया जो कहते हैं कि महिला केंद्रित फिल्मों को कलेक्शन नहीं मिलते। कंगना और सनी लिओनी ने फिल्में अपने कंधे पर चलाई।'हालांकि गुलाब गैंग और रिवॉल्वर रानी की असफलता को देखते हुए इस सम्बन्ध में किसी निष्कर्ष पर पहुंचना अभी थोड़ी जल्दबाजी ही होगी। गुलाबी गैंग' के थिएट्रीकल रिलीज के साथ सोहम शाह ने उन डॉक्यूमेंट्रीज के लिए रास्ता बना दिया जो आगे नहीं बढ़ पाती। हाल ही का एक उदाहरण निशा पाहुजा की फिल्म 'द वर्ल्ड बिफोर हर' है जिसने देश भर के कई सिनेमाघरों में रिलीज का मौका पाया।अभी साल के छह महीने और बाकी हैं जिसमे बड़े सितारों से सजी कई बड़ी फ़िल्में रिलीज होने वाली हैं। आगामी महीनों में कई त्योहार, राष्ट्रीय और सार्वजनिक अवकाश होंगे और स्वाभाविक है कि निर्माता और टॉप स्टार्स फिल्में इन्हीं दिनों में रिलीज कराएंगे। वह कहते हैं, 'सलमान खान की ईद पर रिलीज होने वाली फिल्म 'किक', अजय देवगन की 15 अगस्त को रिलीज होने वाली 'सिंघम रिटर्न्स', शाहरुख खान की दिवाली पर रिलीज होने वाली 'हैप्पी न्यू ईयर' है। आमिर खान की 'पीके' क्रिसमस के एक सप्ताह पहले 19 दिसंबर को रिलीज होगी।
2014 की हिट  फिल्में
जय हो - 108 करोड़ रुपए
हॉलीडे - 75 करोड़  
गुंडे - 72 करोड़ रुपए 
रागिनी एमएमएस 2 - 45 करोड़ रुपए 
मैं तेरा हीरो - 50 करोड़ रुपए 
2 स्टेट्स - 102 करोड़ रुपए 
क्वीन - 60 करोड़ रुपए 
हीरोपंती - 49 करोड़ रुपए

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